समस्त देशवासियों को ‘अंतरराष्ट्रीय बालिका दिवस’ की हार्दिक बधाई एवँ शुभकामनाएं : डॉ. अभिनव कपूर
डॉ. अभिनव कपूर ने अंतरराष्ट्रीय बालिका दिवस के महत्व प्रकाश डालते हुए कहा कि अंतरराष्ट्रीय बालिका दिवस हर साल 11 अक्टूबर को मनाया जाता है। इस दिवस को मनाने का मुख्य उद्देश्य महिलाओं के सामने आने वाली चुनौतियों और उनके अधिकारों के संरक्षण के बारे में जागरूकता पैदा करना है।

देहरादून। प्रसिद्ध जनसेवी, विख्यात शिक्षक, ज्ञान कलश सोशल वेलफेयर एंड एजुकेशनल सोसाइटी के अध्यक्ष एवं शिक्षा रत्न की उपाधि से सम्मानित डॉ. अभिनव कपूर ने ‘अंतरराष्ट्रीय बालिका दिवस’ के अवसर पर समस्त देशवासियों को हार्दिक बधाई एवँ शुभकामनाएं दी हैं।
शिक्षा रत्न डॉ. अभिनव कपूर ने अपने संदेश में कहा- “आप सभी को अंतरराष्ट्रीय बालिका दिवस के अवसर पर हार्दिक शुभकामनाएं। बेटियां हमारी संस्कृति और विरासत की ध्वजवाहक हैं। आइयें, हम सृष्टि के सर्वोत्तम उपहार बेटियों के प्रति समाज में व्याप्त भ्रांतियों को मिटाते हुए उनके उत्थान व कल्याण का संकल्प लें। इस मौके पर कृतसंकल्पित होकर महिला सशक्तिकरण को बल दें, ताकि वो जीवन में आगे आने वाली चुनौतियों का सामना कर सकने व अपनी जरूरतों को पूरा करने के लिए तैयार हो सकें।”
डॉ. अभिनव कपूर ने अंतरराष्ट्रीय बालिका दिवस के महत्व प्रकाश डालते हुए कहा कि अंतरराष्ट्रीय बालिका दिवस हर साल 11 अक्टूबर को मनाया जाता है। इस दिवस को मनाने का मुख्य उद्देश्य महिलाओं के सामने आने वाली चुनौतियों और उनके अधिकारों के संरक्षण के बारे में जागरूकता पैदा करना है। यह दिन इसलिए भी महत्वपूर्ण है क्योंकि यह लिंग-आधारित चुनौतियों को समाप्त करता है। जिसका सामना दुनियाभर में लड़कियां करती हैं, जिसमें बाल विवाह, उनके प्रति भेदभाव और हिंसा शामिल है।
डॉ. अभिनव कपूर ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बालिका दिवस मनाने की पहल एक गैर-सरकारी संगठन ‘प्लान इंटरनेशनल’ प्रोजेक्ट के रूप में की गई। इस संगठन ने “क्योंकि में एक लड़की हूँ” नाम से एक कैंपेन भी शुरू किया। इसके बाद इस अभियान को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर विस्तार करने के लिए कनाडा सरकार से संपर्क किया गया। फिर कनाडा सरकार ने 55वें आम सभा में इस प्रस्ताव को रखा। आखिरकार संयुक्त राष्ट्र ने 19 दिसंबर, 2011 को इस प्रस्ताव को पारित किया और इसके लिए 11 अक्टूबर का दिन चुना।” तभी से अंतर्राष्ट्रीय बालिका दिवस मनाने की शुरुआत हुई।