गुरु पूर्णिमा के पावन अवसर पर महान गुरुजनों को सादर नमन : भावना पांडे

समाजसेवी भावना पांडे ने कहा- गुरु, जो हमारे भीतर श्रद्धा, शील और साहस का संचार करें, जो हमें अंधकार से प्रकाश की ओर ले चलें, और जो हमें आत्मकल्याण के साथ राष्ट्र कल्याण के पथ पर प्रवृत्त करें, ऐसे गुरुजनों की वंदना में ही गुरु पूर्णिमा का सार निहित है।

देहरादून। उत्तराखंड की बेटी, राज्य आंदोलनकारी एवं प्रसिद्ध समाजसेवी भावना पांडे ने गुरू पूर्णिमा के पावन अवसर पर समस्त देशवासियों को हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं दी हैं।

इस पावन अवसर पर जारी अपने संदेश में उत्तराखंड की बेटी भावना पांडे ने कहा- गुरु पूर्णिमा के पावन पर्व पर समस्त देशवासियों को हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएँ। गुरु की कृपा से ही शिष्य अज्ञान से आत्मबोध, अंधकार से प्रकाश की ओर अग्रसर होता है। शिष्य के व्यक्तित्व को संस्कार, सेवा और सत्य की भावना से गढ़ते हुए उसे जीवन के उच्चतम आदर्शों से जोड़ने वाले महान गुरुजनों को गुरु पूर्णिमा के पावन अवसर पर सादर नमन!

समाजसेवी भावना पांडे ने कहा- गुरु पूर्णिमा का यह पावन पर्व केवल गुरु-शिष्य परंपरा का उत्सव नहीं, बल्कि आत्मबोध का भी अवसर है। जहाँ हम अपने जीवन में गुरु की भूमिका को स्मरण करते हैं, जिन्होंने हमारे भीतर ज्ञान, विवेक और संस्कारों की अलख जगाई।

जनसेवी भावना पांडे ने कहा- गुरु केवल शिक्षण का माध्यम नहीं, अपितु वे जीवन के सच्चे मार्गदर्शक होते हैं, जो शिष्य के अंतर में छिपी संभावनाओं को पहचानकर उन्हें संस्कार, सेवा और समर्पण से सींचते हैं। उनका सान्निध्य केवल विद्या ही नहीं देता, बल्कि वह दृष्टि भी देता है, जिससे व्यक्ति केवल स्वयं के लिए ही नहीं अपितु समाज के लिए भी उपयोगी बनता है।

उन्होंने कहा- गुरु, जो हमारे भीतर श्रद्धा, शील और साहस का संचार करें, जो हमें अंधकार से प्रकाश की ओर ले चलें, और जो हमें आत्मकल्याण के साथ राष्ट्र कल्याण के पथ पर प्रवृत्त करें, ऐसे गुरुजनों की वंदना में ही गुरु पूर्णिमा का सार निहित है। राष्ट्र निर्माण के लिए प्रेरित करने वाले सभी गुरुजनों के चरणों में मेरा सादर प्रणाम।

Related Articles

Back to top button