उत्तराखंड की बेटी भावना पांडे ने भूस्खलन एवं बाढ़ जैसे हालातों पर जताई चिंता, कही ये बात
भावना पांडे ने कहा कि भारी बारिश के चलते पहाड़ों में भूस्खलन की घटनाएं बढ़ गई हैं, वहीं नदियों का जलस्तर बढ़ने से बाढ़ जैसे हालात हो गए हैं।
देहरादून। उत्तराखंड की बेटी भावना पांडे ने प्रदेशभर में भारी वर्षा की वजह से हो रहे भूस्खलन एवं बाढ़ जैसे हालातों पर चिंता जताई है। उन्होंने कहा कि मौसम विभाग की चेतावनी के अनुसार प्रदेश में आज भी माैसम खराब बना रहेगा। माैसम विभाग ने बागेश्वर में भारी बारिश का यलो अलर्ट जारी किया है। वहीं, उत्तरकाशी, चमोली, रुद्रप्रयाग, टिहरी, देहरादून, नैनीताल, चंपावत, अल्मोड़ा और पिथौरागढ़ के कुछ स्थानों में भी बारिश की संभावना है।
भावना पांडे ने कहा कि भारी बारिश के चलते पहाड़ों में भूस्खलन की घटनाएं बढ़ गई हैं। यमुनोत्री घाटी में रातभर मूसलाधार बारिश सुबह थमी। बारिश के चलते यमुनोत्री हाईवे जगह-जगह मलबा और बोल्डर आने से बंद है, जिसके कारण श्रद्धालुओं के वाहन भी फंसे हुए हैं। उधर फूलचट्टी जानकीचट्टी के बीच कृष्णा चट्टी के पास पांचवें दिन भी वाहनों की आवाजाही शुरू नहीं हो सकी। इससे जिसके चलते श्रद्धालुओं के साथ ही स्थानीय लोगों को परेशानी हो रही है।
भावना पांडे ने कहा कि उत्तरकाशी में वरुणावत पर्वत से हो रहे भूस्खलन से लोग दहशत में हैं। उत्तरकाशी शहर का भूगोल बदलकर रख देने वाले वरुणावत पर्वत ने 21 साल बाद लोगों को फिर डराया है। मंगलवार रात वरुणावत पर्वत से अचानक आवासीय क्षेत्रों के आसपास बोल्डर गिरे तो लोगों में अफरा-तफरी मच गई। इस घटना ने वर्ष 2003 में हुए भूस्खलन की कड़वी यादें ताजा कर दीं। तब काफी लंबे समय तक भूस्खलन सक्रिय रहा था। उधर चमोली के पगनो गांव में बारिश के कहर से चार मकान और दो गाैशाला जमींदोज हो गए। देर रात ग्रामीणों ने भागकर जान बचाई।
उन्होंने देहरादून शहर का ज़िक्र करते हुए कहा कि बुधवार और गुरुवार शाम को शुरु हुई तेज वर्षा ने शहर को जलमग्न कर दिया। बारिश के चलते जन जीवन अस्त व्यस्त हो गया। शहर की सड़कों पर बारिश का पानी जमा होने से लोगों को मुश्किलों का सामना करना पड़ा। वहीं बिंदाल, रिस्पना, टोंस, तमसा, आसन और सांग नदियों का जलस्तर बढ़ गया और हालात बाढ़ जैसे बन गए। उन्होंने नदी किनारे बसे लोगों से सावधान रहने की अपील की, वहीं भूस्खलन के दृष्टिकोण से संवेदनशील इलाकों में ना जाने की बात कही।