संयुक्त नागरिक संगठन ने सचिव पेयजल तथा महाप्रबंधक को लिखा पत्र
त्यागी का कहना है की जल संस्थान के अधिकारी ही अपने विभागीय हित में सहयोगी बने शिकायतकर्ताओं, जनसेवको के विरुद्ध ही यदि अवधारणा रखेंगे तो भविष्य में कौन जनसहयोग करने का साहस कर सकेगा?

देहरादून। राजधानी मे भूूजल के गिरते स्तर की गंभीर स्थिति में पेयजल के दुरुपयोग (निर्माण कार्य आदि) को रोकने हेतु जल संस्थान द्वारा जारी निर्देशों के अनुपालन में शिकायतकर्ताओं का नाम गोपनीय रखे जाने की मांग करते हुए संयुक्त नागरिक संगठन की ओर से सचिव पेयजल तथा महाप्रबंधक को पाती लिखी।
इसमे बताया गया कि निर्माण कार्यों में पेयजल के दुरुपयोग को रोकने तथा इस कार्य हेतु दून के कारगी संयंत्र के शोधित पानी का उपयोग ही करने के संबंध में जल संस्थान द्वारा निर्देश जारी किए गए है पर इनका अनुपालन जनजागरूकता और खुद कर्तव्यबोध के अभाव मे नही हो रहा है। यदि कहीं निर्देशों की अवहेलना हो रही है तो ऐसे मामलों में मामला विभागीय संज्ञान मे लाने पर आरोपियों के समक्ष ही शिकायतकर्ता का नाम का खुलासा विभागीय अधिकारियों द्वारा ही किए जाने पर यह जानलेवा भी बन सकता है।
इसकी बानगी बताते हुए संगठन के महासचिव सुशील त्यागी ने कहा है की दून के चुकखुवाला में होटल हेरिटेज के समीप निर्माण कार्य में पेयजल के दुरुपयोग पर कुलदीप सिंह ललकार निवासी 10/1 चुकखुवाला, टीकेजी रोड, देहरादून मोबाईल सं. 8755849325 द्वारा जल संस्थान के एई व जेई से शिकायत की गई। इन्होंने आरोपियों को श्री ललकार का नाम सार्वजनिक किया जिसके परिणामस्वरूप आरोपियों ने 20, 21 मई 24 को शिकायतकर्ता को बुरी तरह डराया धमकाया गया जिसके प्रमाण सहित ललकार द्वारा पुलिस अधीक्षक को लिखित शिकायत की गई है जो दुर्भाग्यपूर्ण है। त्यागी का कहना है की जल संस्थान के अधिकारी ही अपने विभागीय हित में सहयोगी बने शिकायतकर्ताओं, जनसेवको के विरुद्ध ही यदि अवधारणा रखेंगे तो भविष्य में कौन जनसहयोग करने का साहस कर सकेगा? दोषी अधिकारियों के विरुद्ध विभागीय कार्रवाई करते हुए शिकायतो की गोपनियता बनाये रखने हेतु कठोर निर्देश जारी करने का अनुरोध करते हुए पत्र की प्रतिलिपि जिलाधिकारी तथा वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक को भी भेजी गई है।