अफेयर का पता चलने पर बेटी को मरने तक पीटा, केमिकल डालकर दफनाई लाश

4 मई को पिता ने अपनी नाबालिग बेटी के लव अफेयर से नाराज होकर उसकी हत्या कर दी और लाश को दफना दिया। घटना के 50 दिन बीत जाने के बाद भी वह सामान्य जीवन जीता रहा।

मोतिहारी। बिहार में पुलिस ने एक मर्डर केस में सनसनीखेज खुलासा किया। है। खुलासे के बाद इस हृदयविदारक घटना ने पूरे क्षेत्र के लोगों को झकझोर कर रख दिया है। एक पिता द्वारा अपनी ही बेटी की निर्मम हत्या की यह वारदात समाज के लिए एक गंभीर प्रश्न छोड़ती है कि क्या प्रेम संबंधों को लेकर आज भी इतनी कट्टरता है कि एक पिता अपने ही कलेजे के टुकड़े की जान ले लेगा?

मामला मोतिहारी का है जहां आरोपी पिता ने बीते 4 मई को अपनी नाबालिग बेटी के प्रेम प्रसंग से नाराज होकर बेटी की हत्या कर शव को दफना दिया और घटना के 50 दिन बीत जाने के बाद भी वह सामान्य जीवन जीता रहा। आइये आपको इस सनसनीखेज वारदात की पूरी कहानी बताते हैं।

क्या है पूरा मामला?

पूर्वी चंपारण जिले के तुरकौलिया थाना क्षेत्र के नायक टोला गांव में एक किसान के द्वारा पुलिस को सूचना मिली कि पुलवा घाट के समीप मक्का के खेत से तेज बदबू आ रही है। सूचना के बाद मौके पर तुरकौलिया थानाध्यक्ष सुनील कुमार अपने दल बल के साथ पहुंचे और बदबू आ रहे मक्के के खेत पर जांच पड़तल की। तब पता चला कि मक्के के खेत में किसी के शव को दफनाया गया है जिसके बाद थानाध्यक्ष ने इसकी सूचना वरीय अधिकारी को दी। इसके बाद पुलिस अधीक्षक मोतिहारी के निर्देश पर मजिस्ट्रेट एवं एफएसएल टीम की उपस्थिति में गड्ढे खुदाई शुरू हुई।

खुदाई के दौरान गड्ढे से कुछ ऐसा निकला कि सबके होश उड़ गए। पुलिस ने गड्ढे से पूरी तरह सड़े-गले शव के अवशेष बरामद किए। इसके बाद पूरे इलाके में हड़कंप मच गया कि आखिर यह शव है किसका।

शव की पहचान पुलिस के लिए बनी चुनौती

शव की हालत खराब होने की वजह से उसकी पहचान करना पुलिस के लिए चुनौती बन गया था। सड़ी-गली लाश की पहचान के लिए शव के अवशेष को एसकेएमसीएच, मुजफ्फरपुर के फॉरेंसिक मेडिसिन विभाग में डीएनए प्रोफाइलिंग के लिए भेजा गया।

टेलर मास्टर के टैग ने खोल दिया हत्या का राज

जांच पड़ताल के दौरान तुरकौलिया थानाध्यक्ष सुनील कुमार को शव से चिपका हुआ एक ऐसा सुराग मिला जिससे पुलिस को शव पहचानने में काफी मदद मिली। दरअसल, घटनास्थल से शव से चिपके पीले रंग का कढ़ाईदार फ्रॉक बरामद हुआ, जिसने आगे की जांच का महत्वपूर्ण सुराग दिया। फ्रॉक में पुलिस को एक टेलर मास्टर का टैग मिला जिससे पुलिस ने न सिर्फ शव की पहचान की बल्कि हत्यारे तक भी पहुंचे गई।

पिता ही निकला मासूम बेटी का हत्यारा

पुलिस उस टैग को लेकर उस टेलर मास्टर के पास पहुंची तो पता लगा कि मनोज सिंह ने अपने बेटी केलिए दो फ्रॉक सिलवाए थे। तब जाकर पता चला कि मृतका कोई और नहीं बल्कि इंटर की छात्रा चांदनी कुमारी है जिसकी उम्र लगभग 16 साल थी। शव की पहचान होते ही पुलिस हत्यारे की खोज में जुटी है और पहले प्रयास में ही पुलिस को सफलता मिली।

आरोपी मनोज सिंह बेटी की हत्या के बाद भी सामान्य जीवन जी रहा था से। जब उससे बेटी के बारे में पूछताछ की गई तो पहले तो वह बातों को टालता है, लेकिन जैसे ही पुलिस सख्त हुई, उसने पूरी कहानी बता दी। आरोपी मनोज के मुताबिक लव अफेयर को लेकर उसने बेटी को डांटा और पीटा था। जब वह नहीं मानी तो उसकी हत्या कर दी।

घर से 4 किमी दूर ले जाकर दफनाया शव

आरोपी मनोज के मुताबिक लव अफेयर को लेकर उसने बेटी को डांटा और पीटा था। जब वह नहीं मानी तो 4 मई की सुबह उसकी हत्या कर दी। मनोज ने लाश को रात भर घर में छिपाए रखा। सुबह होने से पहले रात को बाइक से बेटी की लाश को घर से 4 KM दूर पुलावा घाट के पास मक्के की खेत में दफना दिया। 20 जून तक उसने बेटी की मौत का राज छिपाकर रखा, लेकिन बेटी के लिए सिलवाए गए एक फ्रॉक के टैग ने सारा राज खोल कर रख दिया।

आरोपी पिता गिरफ्तार

आरोपी मनोज सिंह को गिरफ्तार किया गया है। उसकी निशानदेही पर एक मोटर साइकिल, एक मोबाइल फोन, घटना के समय का मृतका का पीला कढ़ाईदार फ्रॉक, घटना से जुड़े वस्त्र और सामग्री के आधार पर कारवाई में जुटी है।

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