देहरादून में AIPA उत्तराखंड द्वारा आयोजित किया जा रहा “राष्ट्रीय शिक्षा शिखर सम्मेलन 2025” : डॉ. अमित सहगल

देशभर के शैक्षणिक नेता संवाद, सम्मान और सहयोग के लिए जुटेंगे एक मंच पर

देहरादून। ऑल इंडिया प्रिंसिपल्स एसोसिएशन (AIPA) उत्तराखंड इकाई द्वारा GRD इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट एंड टेक्नोलॉजी, देहरादून के सहयोग से “एजुकेशन समिट 2025” का आयोजन किया जा रहा है। यह भव्य कार्यक्रम रविवार, 9 नवम्बर 2025 को सुबह 9:00 बजे से शाम 5:00 बजे तक GRD इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट एंड टेक्नोलॉजी, राजपुर रोड, देहरादून में आयोजित होगा।

इस वर्ष का विषय “लीडरशिप डायलॉग – प्रिंसिपल्स शेपिंग द फ्यूचर ऑफ एजुकेशन” रखा गया है, जो देशभर के शिक्षाविदों के सामूहिक संकल्प और उस नेतृत्व भावना को दर्शाता है, जो भारतीय शिक्षा को नई दिशा और ऊँचाई प्रदान कर रही है।

एजुकेशन समिट 2025 में देशभर के प्रिंसिपल्स, डायरेक्टर्स, चेयरपर्सन्स और अकादमिक लीडर्स भाग लेंगे। इस एक दिवसीय राष्ट्रीय सम्मेलन का उद्देश्य शिक्षा क्षेत्र में नवाचार, अनुभव साझा करने और सहयोग के लिए एक सशक्त मंच तैयार करना है।

कार्यक्रम की प्रमुख विशेषताओं में लीडरशिप डायलॉग सत्र, प्रख्यात वक्ताओं के साथ संवाद, विशिष्ट शिक्षाविदों का सम्मान, तथा नेटवर्किंग और सहयोग के अवसर शामिल हैं। साथ ही, उत्कृष्ट शैक्षणिक नेतृत्व के लिए राष्ट्रीय स्तर पर मीडिया मान्यता भी प्रदान की जाएगी।

इस कार्यक्रम की अध्यक्षता डॉ. अमित सहगल, राज्य अध्यक्ष, AIPA उत्तराखंड तथा डॉ. नवदीप भारद्वाज, ऑल इंडिया नेशनल प्रेसिडेंट, AIPA द्वारा की जाएगी। दोनों ही महानुभावों ने सभी प्रतिभागियों को शुभकामनाएँ दी हैं और आयोजन समिति तथा समस्त शिक्षा समुदाय का आभार व्यक्त किया है, जो भारतीय शिक्षा के उज्ज्वल भविष्य हेतु एकजुट होकर कार्य कर रहा है।

इस समिट की तैयारी में डॉ. अमित सहगल के साथ देहरादून के राजपुर रीजन के जोनल सेक्रेटरी श्री ए. के. सिंघल तथा प्रेम नगर रीजन के जोनल सेक्रेटरी डॉ. अभिनव कपूर अपना भरपूर योगदान दे रहे हैं। समिट को सफल बनाने में इन दोनों का योगदान सराहनीय है।

इच्छुक शिक्षाविद जो इस सम्मेलन में भाग लेना चाहते हैं या स्वयं को सम्मान के लिए नामित करना चाहते हैं, वे निम्न लिंक के माध्यम से आवेदन कर सकते हैं:
🔗 https://forms.gle/iSXxh7vvV2tPiLoK6
📱 +91 8077074761
“एजुकेशन समिट 2025” एक राष्ट्रीय उत्सव है- नेतृत्व, नवाचार और सहयोग का, जहाँ देश के शिक्षाविद एक साथ मिलकर भारतीय शिक्षा के बदलते परिदृश्य को और अधिक समृद्ध बनाने का संकल्प लेंगे।

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