समस्त देशवासियों को ‘परिवर्तिनी एकादशी’ के पावन अवसर पर शुभकामनाएं : डॉ. अभिनव कपूर
डॉ. अभिनव कपूर ने कहा, भाद्रपद शुक्ल पक्ष की परिवर्तनी/पार्श्व एकादशी पर भगवान विष्णु करवट बदलते हैं। इस व्रत से समस्त पाप नष्ट होकर मोक्ष की प्राप्ति होती है। परिवर्तनी एकादशी को पार्श्व एकादशी के नाम से भी जाना जाता है। हर साल भाद्रपद माह की शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि को हर साल परिवर्तनी एकादशी का व्रत किया जाता है।

देहरादून। प्रसिद्ध जनसेवी, विख्यात शिक्षक, ज्ञान कलश सोशल वेलफेयर एंड एजुकेशनल सोसाइटी के अध्यक्ष एवं शिक्षा रत्न की उपाधि से सम्मानित डॉ. अभिनव कपूर ने ‘परिवर्तिनी एकादशी’ के पावन अवसर पर समस्त देशवासियों एवं श्रद्धालुओं को हार्दिक बधाई व शुभकामनाएं दी हैं।
इस पावन अवसर पर अपने संदेश में समाजसेवी डॉ. अभिनव कपूर ने कहा, आप सभी को परिवर्तिनी एकादशी की हार्दिक बधाई व शुभकामनाएँ। भगवान श्रीविष्णु का यह पावन व्रत समस्त पापों का नाश कर जीवन में सुख, शांति और समृद्धि प्रदान करता है। भगवान श्रीहरि विष्णु की कृपा आप सभी पर बनी रहे, आप सभी के लिए परिवर्तिनी एकादशी मंगलमय हो।
डॉ. अभिनव कपूर ने कहा, भाद्रपद शुक्ल पक्ष की परिवर्तनी/पार्श्व एकादशी पर भगवान विष्णु करवट बदलते हैं। इस व्रत से समस्त पाप नष्ट होकर मोक्ष की प्राप्ति होती है। परिवर्तनी एकादशी को पार्श्व एकादशी के नाम से भी जाना जाता है। हर साल भाद्रपद माह की शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि को हर साल परिवर्तनी एकादशी का व्रत किया जाता है। इस बार यह व्रत 03 सितंबर 2025 को किया जा रहा है। धार्मिक मान्यता है कि पार्श्व एकादशी का व्रत करने से जातक को वाजपेय यज्ञ जितना पुण्य फल प्राप्त होता है। धार्मिक शास्त्रों में यह भी बताया गया है कि जो भी व्यक्ति एकादशी का व्रत करता है, उसको जीवन में सभी तरह की समस्याओं से मुक्ति मिलती है।