उत्तराखंड की बेटी भावना पांडे ने काज़ी निज़ामुद्दीन को समर्थन देने की मांग की
भावना पांडे ने कहा कि पूर्व विधायक काजी निजामुद्दीन उत्तराखंड के निवासी हैं और स्थानीय जनता के बीच उनके दुःख-सुख में साथ खड़े नजर आते हैं।
देहरादून। उत्तराखंड की मंगलौर विधानसभा सीट पर आगामी 10 जुलाई को होने जा रहे उपचुनाव को लेकर राजनीतिक दल अपने-अपने प्रत्याशियों को जिताने के लिए इन दिनों पूरी कोशिशों में जुटे हैं। वहीं उपचुनाव को लेकर उत्तराखंड की बेटी, प्रसिद्ध समाजसेवी, वरिष्ठ राज्य आंदोलनकारी एवं जनता कैबिनेट पार्टी (जेसीपी) की केन्द्रीय अध्यक्ष भावना पांडे ने मंगलौर की जनता से विशेष अपील की है।
जनता कैबिनेट पार्टी की केन्द्रीय अध्यक्ष भावना पांडे ने मंगलौर विधानसभा सीट पर होने जा रहे उपचुनाव को लेकर कहा कि इस सीट पर चुनाव लड़ने के लिए भाजपा द्वारा हरियाणा से लाकर एक नेता को टिकट दिया गया है, ये बड़े ही अफसोस की बात है। उन्होंने भाजपा से सवाल पूछते हुए कहा कि क्या बीजेपी में स्थानीय नेताओं की कमी थी जो हरियाणा से बुलाकर करतार सिंह भड़ाना को टिकट दे दिया गया।
उत्तराखंड की बेटी भावना पांडे ने मंगलौर की जनता को जागरूक करते हुए कहा कि आगामी उपचुनाव में अपने विवेक का इस्तेमाल करते हुए वोट दें और सही प्रत्याशी को चुनें। ऐसे व्यक्ति को चुनें जो स्थानीय हो, आप ही के बीच का हो और आपके सुख-दुख में साथ खड़ा हो सके। चुनाव से पूर्व नेतागण कईं तरह के प्रलोभन देकर जनता को गुमराह करने का प्रयास करते हैं किन्तु मतदाता सही व गलत की पहचान करके ही मतदान करें।
वरिष्ठ राज्य आंदोलनकारी भावना पांडे ने दुःख जाहिर करते हुए कहा कि हमने पृथक राज्य इसलिए लिया था कि स्थानीय निवासियों को प्राथमिकता दी जाए किंतु ये देखकर अफ़सोस होता है कि बाहरी लोगों को यहाँ तवज्जों दी जा रही है। उन्होंने मंगलौर की जनता से अपील करते हुए कांग्रेस के पूर्व विधायक काजी निजामुद्दीन को उपचुनाव में समर्थन देने की मांग की।
भावना पांडे ने कहा कि पूर्व विधायक काजी निजामुद्दीन उत्तराखंड के निवासी हैं और स्थानीय जनता के बीच उनके दुःख-सुख में साथ खड़े नजर आते हैं। यदि वे मंगलौर सीट पर उपचुनाव जीतकर विधायक बनते हैं तो उनसे ये आशा की जा सकती है कि वे क्षेत्रवासियों की समस्याओं का निवारण करेंगे किंतु किसी बाहरी प्रत्याशी से ये उम्मीद नहीं की जा सकती। उन्होंने उत्तराखंड में बाहरी व्यक्तियों के बहिष्कार की माँग करते हुए काजी निज़ामुद्दीन को वोट देने की अपील की।