संयुक्त नागरिक संगठन ने की मांग, पर्यावरणविद चन्दन सिंह नयाल के साथ दुर्व्यवहार करने वालों पर हो कार्रवाई

संगठन के सचिव सुशील त्यागी ने कहा ये घटना पूरे राज्य को शर्मसार करने वाली है जो राज्य की नौकरशाही की जनसहयोग के प्रति नकारात्मक, उपेक्षापूर्ण, दुर्भावनाग्रस्त, संवेदनहीनता का छोटा सा प्रतीक है।

देहरादून। धधकते जंगलो में अग्निरक्षक के रूप मे संघर्षरत नैनीताल के ओखलखांडा निवासी पर्यावरणविद चन्दनसिंह नयाल के साथ वनविभाग के कार्मिको द्वारा किए गये शर्मनाक व्यवहार की घटना की संयुक्त नागरिक संगठन ने विस्तृत जांच कराकर दोषियो को दण्डित करने मांग की।

प्रधानमंत्री मुख्यमंत्री प्रमुख वन संरक्षक, मुख्य सचिव आदि को भेजे गये ज्ञापन मे कहा गया है कि चन्दन को जलशक्ति मंत्रालय भारत सरकार द्वारा वाटर हीरो, मुख्यमंत्री द्वारा उत्तराखंड गौरव सम्मान तथा सुन्दरलाल बहुगुणा सम्मान पर्यावरण संरक्षण हेतु उल्लेखनीय कार्य करने के लिए दिये गये है। इनके द्वारा 58000 से अधिक पौधे रोपित कर इनका संरक्षण करते हुए 6000 से अधिक चालखाल खंतिया पोखर बनाकर 60000 से अधिक पौधे बांटे गये हैं।

7 मई को वन रेंज देवीधुरा के खुजेटी बीट और देवगुरु बीट चार दिनों से आग मे लगभग 100 हैक्टेयर से अधिक जंगल जल चुके थे जहा ये गांव वासियो के साथ आग बुझाने गये थे। इनके द्वारा डीएफओ से मदद हेतु आग्रह के बाद कुछ वन कार्मिको को भेजा गया, जिन्होने इनको विभाग के उच्च अधिकारियो से सम्पर्क करने से क्रोधित होकर इनको जमीन में गाड़ने की धमकी दी और असभ्य व्यवहार किया।

संगठन के सचिव सुशील त्यागी ने कहा ये घटना पूरे राज्य को शर्मसार करने वाली है जो राज्य की नौकरशाही की जन सहयोग के प्रति नकारात्मक, उपेक्षापूर्ण, दुर्भावनाग्रस्त, संवेदनहीनता का छोटा सा प्रतीक है। अब तक राज्य के 1300 हेक्टेयर पहाड़ी क्षेत्रों में हुई दावागनि ने यहा धधकते जंगलों ने लाखों पशुपक्षियों व वन्यजीवो, जिनमे खरगोश, बंदर, तीतर, हिरण तथा पेड़ों पर जिन्दगी बसर करने वाले पक्षियों तथा इनकी भावी संतानो की जिंदगी को राख बना दिया।

लाखों पेड़ पौधे जिनकी जिंदगी में सांस होती है वह भी राख बन गई। पहाड़ों में रहने वाले ग्रामीणों की सांस में घुस गई जहरीली गैसो से इनके स्वास्थ्य को पहुंचा खतरा। भोजन चारे के लिए वनस्पतियों पर निर्भर पशुओं की जिंदगी भी खतरे में है। भूस्खलन और मिट्टी का होगा कटाव। भविष्य में प्रकृति का ऐसा विनाश ना हो इसके लिए पर्यावरण संरक्षण में कार्यरत सामाजिक संस्थाओं का सहयोग अनिवार्य किया जाना जरूरी है और ये सहयोग देना भी चाहते है।

संयुक्त नागरिक संगठन के सचिव सुशील त्यागी ने चंदन नयाल को वन विभाग के कार्मिको द्वारा जान से मारने की धमकी आदि की एसआईटी जांच करा कर दोषियों को तत्काल निलंबित कर दंडात्मक कार्रवाई की है।

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