धाकड़ धामी के राज में धधक रहे वन, उत्तराखंड को बचा लो भगवान : डॉ. चौहान

डॉ. वीसी चौहान ने मुख्यमंत्री धामी से मांग करते हुए कहा कि केवल कुछ कर्मचारियों पर कार्रवाई करने से कुछ हासिल नहीं होगा, धधकती दावाग्नि से हुए विनाश के लिए सीधे वनमंत्री से इस्तीफा लिया जाए।

देहरादून। उत्तराखंड में इन दिनों जंगलों के धधकने का सिलसिला लगातार जारी है। रोज़ाना ही वनाग्नि की कईं घटनाओं की खबरें सामने आ रही है। संकट से जूझ रही देवभूमि के मौजूदा हालातों पर प्रसिद्ध समाजसेवी एवं उत्तराखंड जनता पार्टी के केन्द्रीय अध्यक्ष डॉ. वीसी चौहान ने गहरा दुःख व्यक्त किया है। इसके साथ ही उन्होंने वनाग्नि को लेकर उत्तराखंड सरकार पर लापरवाही बरतने का आरोप लगाते हुए रोष प्रकट किया।

यूजेपी अध्यक्ष डॉ. वीसी चौहान ने धामी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि प्रत्येक वर्ष उत्तराखंड के जंगलों में आग लगने की घटनाएं प्रकाश में आती हैं किंतु उत्तराखंड के मुख्यमंत्री अपनी कैबिनेट के साथ एयरकंडीशनर दफ्तर में बैठकर निर्णय लेते हैं और कुछ अधिकारियों व कर्मचारियों को बलि का बकरा बनाकर सारा ठीकरा उनके सिर पर फ़ोड़ देते हैं।

डॉ. चौहान ने सीएम धामी को नसीहत देते हुए कहा कि एसी कमरों में बैठकर मशविरा करने से कुछ नहीं होगा, सरकार को इस समस्या को गंभीरता से लेते हुए तत्काल इसका समाधान खोजना होगा जिससे वनों की आग पर काबू पाया जा सके।

डॉ. वीसी चौहान ने आगे कहा कि उत्तराखंड के जंगलों में लगी आग के कारण लाखों बेकसूर जीव-जंतु अपनी जान से हाथ धो बैठे। वहीं जंगलों के आसपास रहने वाले लोगों के जीवन पर भी लगातार खतरा मंडरा रहा है। इसके साथ ही वनाग्नि के कारण उत्पन्न हो रहे धुंए की वजह से लोगों का जीना दुश्वार हो गया है, कईं लोगों को सांस लेने में तकलीफ हो रही है।

डॉ. वीसी चौहान ने मुख्यमंत्री धामी से मांग करते हुए कहा कि केवल कुछ कर्मचारियों पर कार्रवाई करने से कुछ हासिल नहीं होगा, धधकती दावाग्नि से हुए विनाश के लिए सीधे वनमंत्री से इस्तीफा लिया जाए। उन्होंने कहा कि इस गंभीर मामले में अपनी लापरवाही स्वीकारते हुए प्रदेश के वनमंत्री सुबोध उनियाल को नैतिकता के नाते स्वयं अपना त्यागपत्र दे देना चाहिए।

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