राज्यपाल ने देहरादून में किया दो दिवसीय ज्योतिष महाकुंभ का शुभारंभ
देहरादून। राजधानी में दो दिवसीय ज्योतिष महाकुंभ का आज रविवार को आगाज हो गया है। पहले दिन कार्यक्रम का शुभारंभ प्रदेश के राज्यपाल ले.जन. गुरमीत सिंह (सेनि) किया। महाकुंभ में देश के नामचीन ज्योतिषी निशुल्क परामर्श दे रहे हैं। अगर आपके पास कुंडली नहीं है तो मौके पर ही यह सुविधा भी मिलेगी।
छठे ज्योतिष महाकुंभ का आयोजन इस वर्ष भी ग्राफिक एरा डीम्ड यूनिवर्सिटी परिसर में ही किया गया। सम्मेलन के शुभारंभ पर राज्यपाल ने कहा कि ज्योतिष ऐसा विज्ञान है जिसके माध्यम से समाज मे समरसता लाई जा सकती है। कहा कि मेडिकल साइंस की तरह ही ज्योतिष भी विज्ञान है, बस इसे वैज्ञानिक दृष्टिकोण से समाज के सामने लाने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि ज्योतिष बताएं कि हर भारतीय में क्या गुण, क्या स्किल हैं। इस विधा से हम भारत को विश्व गुरु बना सकते हैं। कहा कि हम सबके भीतर एक ज्योतिष छुपा हुआ है।
इस मौके पर पंडित के ए दुबे पद्मेश ने कहा कि ज्योतिष विज्ञान भी है और कला भी है। वहीं पंडित सतीश शर्मा ने बताया कि खगोल के बिना ज्योतिषीय गणना नहीं हो सकती। आचार्य जीडी वशिष्ठ ने कहा कि धरती का सबसे बड़ा सत्य ज्योतिष है। हमारा पूरा शरीर, आत्मा , कर्म जन्मकुंडली के अंदर बैठे ग्रह कराते हैं।
निशुल्क परामर्श
यहां आप अपने भविष्य को लेकर निशुल्क परामर्श ले सकते हैं। वास्तु संबंधी परामर्श के लिए घर का नक्शा लेकर आना होगा। महाकुंभ के शुभारंभ के साथ ही आम लोगों के लिए निशुल्क परामर्श सुविधा शुरू कर दी जाएगी। इस दौरान हस्तरेखा, कुंडली विशेषज्ञ, टैरो कार्ड रीडर, न्यूमैरोलॉजी, हस्ताक्षर के साथ ही वास्तु के विशेषज्ञ परामर्श देंगे।
ये ज्योतिषी होंगे
लाल किताब के विशेषज्ञ आचार्य जीडी वशिष्ठ, पंडित केए दूबे पद्मेश, आचार्य इंदु प्रकाश, पंडित अजय भांबी, आचार्य डॉ. वाई राखी, पंडित पुरुषोत्तम गौड़, डॉ. संजीव श्रीवास्तव, आचार्य आनंद, हस्तरेखा विशेषज्ञ पंडित लेखराज शर्मा, वास्तुविद् पंडित सतीश शर्मा, हस्तरेखा विशेषज्ञ पंडित लक्ष्मीकांत त्रिपाठी, विभा शर्मा, अवधेश पांडे, आचार्य सिमरन समेत देश के नामी ज्योतिषी हैं।