मायावती ने कांग्रेस को लिया आड़े हाथों, जमकर लगाई लताड़
लखनऊ। मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और राजस्थान विधानसभा चुनाव में वोटिंग से पहले बहुजन समाज पार्टी (बसप) प्रमुख मायावती ने कांग्रेस को जमकर लताड़ा है। पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव में बीजेपी की जीत और कांग्रेस की हार की वकालत करने वाले एक वीडियो को मायावती ने फर्जी बताया। बता दें कि कुछ दिनों से मायावती का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिसमें वह कांग्रेस पार्टी को हराने की अपील करती नजर आ रही हैं। इस वीडियो को फर्जी बताते हुए मायावती ने कांग्रेस पार्टी को आड़े हाथों लिया।
बसपा प्रमुख ने कहा- लोग सावधान रहें
मायावती ने ट्वीट किया, “मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, राजस्थान आदि में मतदान पूर्व ‘चाहे बीजेपी जीत जाए, किंतु कांग्रेस को नहीं जीतना चाहिए’ जैसा विशुद्ध गलत व फर्जी वीडियो का कांग्रेस द्वारा प्रचारित करना दुर्भाग्यपूर्ण व उनकी हताशा का प्रतीक। यह षडयंत्र बीएसपी की मजबूत स्थिति को देखते हुए है। लोग सावधान रहें।”
एक अन्य ट्वीट में उन्होंने लिखा, “कांग्रेस का इन राज्यों में अति-मिथ्या प्रचार जारी है, जबकि बीएसपी की ओर से चुनावी सभाओं में लोगों से वोट देने और विरोधी पार्टियों के साम, दाम, दंड, भेद आदि हथकंडों से सावधान रहने की अपील की गई, जो पार्टी की मजबूत स्थिति को देखते हुए कांग्रेस की बौखलाहट से स्पष्ट है।”
उन्होंने कहा, “अब जबकि मतदान नजदीक है विरोधी पार्टियों में भी खासकर कांग्रेस द्वारा, बीजेपी से मजबूती से लड़ने के बजाय, बीएसपी विरोधी अपनी पुरानी नापाक हरकतों व साजिशों को जारी रखना घोर अनुचित व दुर्भाग्यपूर्ण, जिससे लोग सावधान रहें और चुनाव आयोग भी इसका समुचित संज्ञान ले।”
स्वतंत्र चुनाव लड़ने का किया है फैसला
बता दें कि राजस्थान, छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश में बसपा ने स्वतंत्र रूप से चुनाव लड़ने का फैसला किया है। इस कदम से इन राज्यों में पार्टी की भूमिका पर सवाल उठ रहे हैं, क्योंकि मुख्य मुकाबला कांग्रेस और बीजेपी के बीच ही माना जा रहा है। मायावती ने अपने पारंपरिक समर्थन के साथ चुनावी मैदान में उतरने का फैसला किया है, जिसमें दलित, आदिवासी और अन्य पिछड़ा वर्ग मतदाता शामिल हैं।
2018 के राजस्थान विधानसभा चुनाव में बीएसपी ने 4.03% वोट हासिल किए और 6 सीटें जीती थीं। मध्य प्रदेश में उसे 5.01% वोट मिले और दो सीटें जीतीं, जबकि छत्तीसगढ़ में पार्टी को 3.87% वोट मिले और उसने दो सीटें जीतीं। राजस्थान में मायावती की ओर से कांग्रेस को समर्थन देने की पेशकश के बावजूद सभी 6 बसपा विधायक कांग्रेस में शामिल हो गए।