धरती पर होगी उल्कापिंडों की बारिश, जानें कब और कैसे दिखेगा ये अद्भुत नजारा
नई दिल्ली। आसमान में 13 अगस्त को अद्भुत नजारा दिखेगा, जिसे आप अपनी खुली आंखों से भी देख पाएंगे। पृथ्वी पर आसमान से उल्कापिंड की बारिश होगी। हालांकि उल्कापिंडों की पारिश कोई नई बात नहीं है, यह सदियों से होता आया है। हर साल पृथ्वी पर 17 से 24 अगस्त के बीच उल्कापिंडों की बारिश होती है लेकिन इस बार ये बारिश 13 अगस्त हो होगी। दि रॉयल एस्ट्रोनॉमिकल सोसाइटी के एक प्रवक्ता ने बताया कि रात के अंधेरे में चांद पतले अर्धचंद्राकार रूप में दिखाई देगा। लोग दूर से आसमान में इस अद्भुत नजारे को देख सकेगे।
इस साल उल्कापिंड की बारिश की घटना को धरती के उत्तरी गोलार्ध में स्पष्ट रूप से देखा जा सकता है। इसकी वजह ये है कि वहां बादल नहीं होते और रौशनी भी ज्यादा नहीं होती। वैज्ञानिकों का मानना है कि इस बार आसमान में आग के गोले भी दिखने की संभावना है। ये उल्का काफी चमकीले होते हैं और इनकी लंबाई एक रेलगाड़ी की तरह होती है। इन्हें देखने के लिए किसी खास उपकरण की जरूरत नहीं होगी।
कैसा दिखेगा ये अद्भुत नजारा?
इसे देखने के लिए आपको किसी टेलीस्कोप की जरूरत नहीं होगी। इस बार जिस तरह से उल्कापिंड की बारिश होगी वैसी आज से पहले साल 1992 में हुई थी और फिर आने वाले साल 2126 में होगी। हालांकि, जितने उल्कापिंड आपको आसमान से जमीन की ओर आते दिखेंगे, उतने जमीन पर गिरेंगे नहीं।
इसे देखने के लिए आपको 13 अगस्त की रात को 8 बजे आसमान की ओर टकटकी लगाकर देखना होगा। कुछ देर में आपको बड़ी आसानी से उल्कापिंड की बारिश दिखने लग जाएगी लेकिन आपके शहर में अगर बहुत प्रदूषण है और आसमान में धूल या फॉग है तो आप इस नजारे को नहीं देख पाएंगे। अगर आप पहाड़ों पर रहते हैं तो इस नजारे को बेहतर तरीके से देख सकेंगे।