शिक्षा प्रणाली में बड़ा बदलाव, साल में दो बार होंगी बोर्ड परीक्षाएं

नई दिल्ली। सरकार ने आज यानी बुधवार को कहा कि नई शिक्षा नीति (NEP) के अनुरूप शिक्षा प्रणाली में बड़े बदलावों की घोषणा करते हुए कहा कि 2024 शैक्षणिक सत्र के लिए पाठ्यपुस्तकें विकसित की जाएंगी। शिक्षा मंत्रालय ने कहा कि नई शिक्षा नीति के मुताबिक नए पाठ्यक्रम का खाका तैयार हो गया है और 2024 के शैक्षणिक सत्र के लिए पाठ्य पुस्तकें तैयार की जाएंगी। शिक्षा मंत्रालय के नए पाठ्यक्रम के खाके के तहत कक्षा 11 और 12 के छात्र-छात्राओं को दो भाषाओं का अध्ययन करना होगा, इनमें से कम से कम एक भाषा भारतीय होनी चाहिए।

साल में दो बार होंगी बोर्ड परीक्षाएं

शिक्षा मंत्रालय के नए पाठ्यक्रम ढांचे के तहत बोर्ड परीक्षाएं साल में दो बार होंगी, छात्र-छात्राओं को सर्वश्रेष्ठ अंक बरकरार रखने की इजाजत होगी। नए पाठ्यक्रम ढांचे के तहत बोर्ड परीक्षाएं महीनों की कोचिंग और रट्टा लगाने की क्षमता के मुकाबले छात्र-छात्राओं की समझ और दक्षता के स्तर का मूल्यांकन करेंगी। इसके तहत कक्षा 11 और 12 में विषयों का चयन ‘स्ट्रीम’ तक सीमित नहीं रहेगा, छात्र-छात्राओं को पसंद का विषय चुनने की आजादी मिलेगी।

‘पाठ्य पुस्तकों की कीमतों में कमी लाई जाएगी’

इसके अलावा इससे कक्षाओं में पाठ्य पुस्तकों को ‘कवर’ करने की मौजूदा प्रथा से बचा जाएगा, पाठ्य पुस्तकों की कीमतों में कमी लाई जाएगी। नए पाठ्यक्रम ढांचे के मुताबिक, स्कूल बोर्ड उचित समय में ‘मांग के अनुसार’ परीक्षा की पेशकश करने की क्षमता विकसित करेंगे।

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