उत्तराखंड में पूरी तरह से ध्वस्त हो चुकी है कानून व्यवस्था : भावना पांडे
भावना पांडे ने कहा, विधानसभा सत्र के पहले दिन क्यों विपक्ष को सदन के वेल में आना पड़ा और नारेबाजी करनी पड़ी? आखिर क्यों समूचे विपक्ष को सदन में ही रात बिताने का फैसला करना पड़ा, इसके लिए सिर्फ भाजपा की तानाशाह सरकार ही जिम्मेदार है।

देहरादून। उत्तराखंड की बेटी, राज्य आंदोलनकारी एवं प्रसिद्ध समाजसेवी भावना पांडे ने उत्तराखंड के सियासी घटनाक्रम पर अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। उन्होंने कहा कि भाजपा ने सत्ता का दुरुपयोग व लोकतंत्र का चीरहरण कर नैनीताल में जो नंगा नाच किया है वो उत्तराखंड के इतिहास में काले अध्याय के रूप में दर्ज हो गया है।
राज्य आंदोलनकारी भावना पांडे ने कहा, भाजपा के राज में उत्तराखंड में कानून व्यवस्था पूरी तरह से चरमरा गई है। प्रदेश की ध्वस्त कानून व्यवस्था और उस पर चर्चा न कराने की हठधर्मिता के विरोध में समूचे विपक्ष को गैरसैंण विधानसभा में रातभर धरना देना पड़ा। सरकार लोकतंत्र की हत्या कर रही है। ये रात उत्तराखंड के इतिहास में दर्ज हो चुकी है। प्रदेश के लोकतांत्रिक इतिहास में पहली बार समूचे विपक्ष ने सरकार की कुनीतियों के विरोध में सदन में रात गुजारकर धरना दिया। ये घटना भाजपा सरकार के अत्याचार और कुशासन को दर्शाती है।
भावना पांडे ने कहा, विधानसभा सत्र के पहले दिन क्यों विपक्ष को सदन के वेल में आना पड़ा और नारेबाजी करनी पड़ी? आखिर क्यों समूचे विपक्ष को सदन में ही रात बिताने का फैसला करना पड़ा, इसके लिए सिर्फ भाजपा की तानाशाह सरकार ही जिम्मेदार है। वहीं प्रदेश के मुख्यमंत्री धामी मीडिया में बयान देकर विपक्ष द्वारा सदन में किए गए रवैये पर नाराजगी जता रहे हैं और कहते हुए दिखाई दे रहे हैं कि विपक्ष ने सदन की मर्यादा को भंग किया है। प्रदेश के मुखिया का ये बयान वाकई अफ़सोस जनक है।
भावना पांडे ने कहा, धामी सरकार के राज में भाजपा के लोग खुलेआम गोलियां चलाएं, अपहरण करें और प्रदेश की कानून व्यवस्था व देवभूमि की मर्यादा को तार-तार करें किंतु विपक्ष इस पर सवाल भी ना करे, ये कहाँ का न्याय है। प्रदेश में बढ़ रहा अपराध व गुंडाराज और ध्वस्त होती कानून व्यवस्था धामी सरकार का बड़ा फेलियर है, जिसे झुठलाया नहीं जा सकता। वहीं नेता प्रतिपक्ष के विरुद्ध अमर्यादित भाषा का प्रयोग कर भाजपा के नेताओं ने अपने व्यवहार व अपनी पार्टी के चरित्र का परिचय दिया है। प्रदेश की जागरूक जनता बीजेपी का ये तमाशा देख रही है और 2027 के विधानसभा चुनाव में वो इसका जवाब भाजपा को देगी।