उत्तराखंड की बेटी भावना पांडे ने प्रदेश में हो रही दुर्घटनाओं को लेकर जतायी चिंता

जनसेवी भावना पांडे ने कहा कि बरसात के दिनों में पहाड़ों में भूस्खलन और भूधसाव की घटनाओं में इज़ाफ़ा हो जाता है, जिसमें प्रत्येक वर्ष क़ई लोगों को जानमाल का नुकसान होता है। उन्होंने बिगड़े मौसम के मिजाज को देख सभी लोगों से एहतियात बरतने की अपील की।

देहरादून। उत्तराखंड की बेटी, राज्य आंदोलनकारी एवं प्रसिद्ध जनसेवी भावना पांडे ने उत्तराखंड के पहाड़ी इलाकों में हो रही भारी वर्षा व भूस्खलन की घटनाओं को लेकर एक बार फिर चिंता जताई है। इसके साथ ही उन्होंने प्रदेश में अलग-अलग स्थानों पर हो रहे सड़क हादसों में लोगों की मौत पर गहरा शोक भी व्यक्त किया।

समाजसेवी भावना पांडे ने कहा कि उत्तराखंड के दो अलग-अलग स्थानों पर वाहन दुर्घटनाओं का दुखद समाचार प्राप्त हुआ। इन भीषण हादसों में मारे गये लोगों के प्रति शोक संवेदना व्यक्त करते हुए उन्होंने कहा- परमपिता परमात्मा से प्रार्थना है कि पुण्यात्मा को अपने श्री चरणों में स्थान दें एवं शोकाकुल परिजनों को यह दुख सहने की शक्ति प्रदान करें।

भावना पांडे ने इन घटनाओं का जिक्र करते हुए कहा कि ऋषिकेश-बदरीनाथ हाईवे के पास एक टेंपो-ट्रेवलर दुर्घटनाग्रस्त होकर नदी में समा गया। वाहन में चालक सहित 19 लोग सवार थे, इस दुखद घटना में दो लोगों की मौत हो चुकी है। जबकि आठ लोग घायल हैं और दस लापता बताये जा रहे हैं। वहीं एक अन्य हादसे में कालसी-चकराता मोटर मार्ग पर जजरेड खड्ड के पास एक कार अनियंत्रित होकर गहरी खाई में गिर गई। हादसे में तीन लोगों की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि एक व्यक्ति गंभीर रूप से घायल हुआ है।

जनसेवी भावना पांडे ने कहा कि तेज बरसात के साथ पहाड़ों पर जगह-जगह भूस्खलन की घटनाएं भी सामने आ रही हैं। ऐसी ही एक घटना दो दिनों पूर्व उत्तरकाशी के यमुनोत्री में भी घटित हुई जहां मलबे में कुछ लोगों के दब जाने के कारण दो लोगों की दर्दनाक मौत हो गई व कईं गंभीर रूप से घायल हो गये। उत्तराखंड में घटित हो रही ये घटनाएं बेहद दुखद हैं।

उन्होंने कहा कि उत्तराखंड में खराब मौसम को लेकर एक बार फिर चेतावनी जारी की गई है। उत्तराखंड के आठ जिलों में तेज बारिश के साथ ही बाढ़ का अलर्ट जारी हुआ है। प्रदेश में बारिश के बाद मलबा आने से 33 मार्ग बंद हैं। ऋषिकेश-बदरीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग जोशीमठ से आगे पिनोला घाट में मलबा आने से बड़े वाहनों के लिए बंद है। इसके अलावा पीएमजीएसवाई के 24, लोक निर्माण विभाग के छह मार्ग भी बंद हैं। उन्होंने कहा कि बरसात के दिनों में पहाड़ों में भूस्खलन और भूधसाव की घटनाओं में इज़ाफ़ा हो जाता है, जिसमें प्रत्येक वर्ष क़ई लोगों को जानमाल का नुकसान होता है। उन्होंने बिगड़े मौसम के मिजाज को देख सभी लोगों से एहतियात बरतने की अपील की।

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