माफियाओं ने उत्तराखंड को बनाया अपनी पनाहगाह : भावना पांडे
भावना पांडे ने कहा- धर्म नगरी में खुलेआम अवैध शराब समेत अन्य तरह के नशीले पदार्थों की तस्करी की जा रही है। नशा तस्कर हमारे युवाओं की नसों में ज़हर घोलकर देवभूमि को कलंकित करने का कार्य कर रहे हैं।
देहरादून। उत्तराखंड की बेटी, राज्य आन्दोलनकारी, प्रसिद्ध जनसेवी एवं जनता कैबिनेट पार्टी (जेसीपी) की केन्द्रीय अध्यक्ष भावना पांडे ने देवभूमि में बढ़ते माफियाराज को लेकर रोष जताया है। उन्होंने कहा कि देवभूमि उत्तराखंड में आज माफिया राज हावी है, यहाँ बढ़ रहे माफियाओं की वजह से आम जनता का जीवन बुरी तरह प्रभावित हुआ है।
राज्य आंदोलनकारी भावना पांडे ने कहा कि बाहरी राज्यों के माफियाओं ने उत्तराखंड को अपनी पनाहगाह बनाया हुआ है, यहाँ रहकर ये माफिया बड़े-बड़े अपराधों को अंजाम दे रहे हैं और प्रदेश के शांत माहौल को खराब कर रहे हैं। इन माफियाओं में भूमाफिया, खनन माफिया और शराब माफिया आदि मुख्य रूप से शामिल हैं।
उत्तराखंड की बेटी भावना पांडे ने कहा कि शराब माफियाओं ने देवभूमि के माहौल को खराब करने का कार्य किया है। उन्होंने कहा कि योग नगरी ऋषिकेश में शराब माफियाओं का क़हर हाल ही में देखने को मिला, नगर में शराब की तस्करी का विरोध करने वाले पत्रकार की शराब माफियाओं द्वारा बुरी तरह पिटाई की गई। घायल पत्रकार का अस्पताल में उपचार किया जा रहा है। ये स्थिति बेहद दुःखद है।
भावना पांडे ने कहा कि नशे के सौदागरों ने नासिर्फ ऋषिकेश बल्कि हरिद्वार में भी अपने पैर पसार रखे हैं। धर्म नगरी में खुलेआम अवैध शराब समेत अन्य तरह के नशीले पदार्थों की तस्करी की जा रही है। नशा तस्कर हमारे युवाओं की नसों में ज़हर घोलकर देवभूमि को कलंकित करने का कार्य कर रहे हैं। ये सभी कार्य पुलिस की नाक के नीचे धड़ल्ले से किया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि ऋषिकेश की घटना ने शराब माफियाओं के तस्करी के घिनोने खेल को उजागर किया है। ऋषिकेश की घटना में पत्रकारों के विरोध पर बैकफुट पर आई सरकार ने पुलिस को लताड़ा और परिणाम स्वरूप पुलिसकर्मियों के तबादले कर दिये गए। वहीं आबकारी विभाग भी एक्शन मोड में नज़र आया और शराब की दुकानों पर छापे की कार्रवाई की गई। मगर ये सब शराब माफियाओं के विरुद्ध उठ रहे स्वर को शांत करने की कसरत मात्र है। ऋषिकेश में तो पुलिस कार्रवाई हुई मगर सवाल ये उठता है कि हरिद्वार का क्या होगा, क्या हरिद्वार के नशा सौदागरों के विरुद्ध भी मुख्यमंत्री धामी कोई एक्शन लेंगे? क्या कभी माफियाओं के भीतर धामी सरकार और पुलिस का भय पैदा होगा, या स्थिति और भी बदतर हो जाएगी।