उत्तराखंड में भारी बरसात को लेकर जनसेवी अजय सोनकर ने व्यक्त की चिंता

जनसेवी अजय सोनकर ने अपील करते हुए कहा कि बारिश के दौरान बेहद सतर्क रहें और सावधानी बरतें। किसी भी प्रकार की आपातकालीन स्थिति होने को लेकर जागरूक बनें एवँ मदद के लिए संपर्क करें।

देहरादून। उत्तराखंड में इन दिनों आसमान से आफत बरस रही है। प्रदेशभर में रुक-रुककर हो रही भारी वर्षा लोगों के लिए मुसीबत बनकर आई है। भारी बरसात के कारण जहाँ राजधानी देहरादून की सड़कें तालाब बनीं नज़र आ रही हैं तो वहीं पहाड़ों में भूस्खलन, भूधसाव और बाढ़ से लोगों का जीना दुश्वार हो गया है। मौसम की इस मार पर जनसेवी अजय सोनकर ने चिंता व्यक्त की है।

वरिष्ठ भाजपा नेता अजय सोनकर ने कहा कि उत्तराखंड में हो रही भारी बरसात के कारण लगातार बाढ़ का खतरा बना हुआ है। बरसात के दिनों में नदियों के किनारे बसे इलाके में अक्सर बाढ़ आ जाती है और जगह-जगह भू-कटाव हो जाता है। साथ ही नदी किनारे बसे लोगों के घरों के भीतर भी बारिश का पानी घुस जाता है, जिससे लोगों की जानमाल के नुकसान का खतरा बना रहता है। उन्होंने कहा कि इस बार भी बरसात में ठीक वैसी ही स्थिति बनी हुई है। उन्होंने नदी किनारे बसे सभी लोगों से अपील करते हुए कहा कि बारिश के दौरान बेहद सतर्क रहें और सावधानी बरतें। किसी भी प्रकार की आपातकालीन स्थिति होने को लेकर जागरूक बनें एवँ मदद के लिए संपर्क करें।

समाजसेवी अजय सोनकर ने कहा कि इन दिनों प्रदेश में चारधाम यात्रा भी संचालित की जा रही है, बरसात के दिनों में पहाड़ों में भूस्खलन और भूकटाव जैसी समस्याएं अधिकांश सामने आती हैं। उन्होंने चारधाम यात्रा पर आने वाले सभी तीर्थयात्रियों से अपील करते हुए कहा कि बरसात के दौरान अहतियात बरतें। बारिश होने की सूरत में यात्रा ना करें एवं सुरक्षित स्थानों पर ठहर जाएं भूस्खलन और भूकटाव जैसे संवेदनशील स्थानों पर बरसात के दौरान जाने से बचें।

उन्होंने कहा कि बारिश के कारण नदियों का जलस्तर बढ़ रहा है। ऐसे में बरसाती नदियों व तेज बहाव वाले काजवों में वाहन ना ले जाएं। अपनी, अपने सहयात्रियों एवं परिजनों की जिन्दगी को सुरक्षित रखें। बीते वर्ष भी ऐसे ही बरसाती रपटों में कईं वाहनों के बह जाने की खबरें प्रकाश में आई थीं। उन्होंने हरिद्वार क्षेत्र का जिक्र करते हुए कहा कि हाल ही में हरिद्वार में गंगा नदी का जल स्तर बढ़ने के कारण नदी किनारे खड़े पर्यटकों के कईं वाहन पानी में बह गये थे। उन्होंने धर्मनगरी आने वाले पर्यटकों से अपील की है कि यात्रीगण अपने वाहनों को नदी-नालों जैसे संवेदनशील स्थानों के निकट ना खडे़ कर सुरक्षित स्थानों पर पार्क करें जिससे नुकसान से बचा जा सके।

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