सांप ने एक महीने में 5 बार युवक को काटा, पढ़िए पूरी खबर
विकास दुबे को सांप ने चार दिन बाद ही चौथी बार डस लिया। इस घटना से अस्पताल के डॉक्टर भी हैरान हो गए। हालांकि इलाज के बाद उसे इस बार भी बचा लिया गया।
फतेहपुर। जिले में एक सांप शख्स की जी का जंजाल बना हुआ है। शख्स का दावा है कि सांप उसे एक महीने में पांच बार काट चुका है। सांप से बचने के लिए वह अपने मौसी के यहां गया तो सांप ने उसे वहां भी डस लिया। विकास दुबे (24) नाम के इस युवक का कहना है कि जैसे सांप लगातार उसका पीछा कर रहा है। ये सांप हर सप्ताह एक बार उसे काटता है और वह इलाज से ठीक भी हो जाता है।
चार बार घर पर काटा
पीड़ित शख्स की पहचान मलवां थाना क्षेत्र के सौरा निवासी विकास दुबे के रूप में हुई है। बताया जा रहा है कि पहली बार सांप ने विकास को 2 जून की रात 9 बजे बिस्तर से उतरते हुए काटा था। इसके बाद परिजन उसे लेकर शहर के प्राइवेट नर्सिंग होम में गए, जहां वह दो दिन तक भर्ती रहा। जब वह घर आया तो सांप ने उसे फिर से 10 जून की रात 9 बजे काट लिया। दोबारा निजी अस्पताल में उपचार के बाद वह घर आया। इसके सात दिन बाद 17 जून को एक बार फिर घर के अंदर उसे सांप ने डस लिया। वह अचेत होने लगा तो परिजन उसी अस्पताल में ले गए, यहां उसका इलाज किया गया और वह फिर से ठीक हो गया।
पांचवीं बार मौसी के यहां काटा
विकास दुबे को सांप ने चार दिन बाद ही चौथी बार डस लिया। इस घटना से अस्पताल के डॉक्टर भी हैरान हो गए। हालांकि इलाज के बाद उसे इस बार भी बचा लिया गया। नाते-रिश्तेदारों और डॉक्टर की सलाह के बाद उसने घर छोड़ दिया और मौसी के यहां चला गया। राधानगर में स्थित उसके मौसी के घर भी 28 जून की देर रात उसे सांप ने काट लिया। युवक का इलाज करने वाले डॉ. जवाहरलाल का कहना है कि यह हैरान करने वाला संयोग है। हर बार उसे एंटी स्नेक वेनम इंजेक्शन और इमरजेंसी दवाएं देकर इलाज करते हैं। वह ठीक होकर घर चला जाता है। हर बार उसके शरीर पर क्लियर स्नेक बाइट के निशान मिलते हैं।
पहले से हो जाता है आभास
वहीं पीड़ित विकास दुबे का कहना है कि वह परेशान हो गया है। हर पल दहशत बनी रहती है। पहले ही आभास होने लगता है कि सांप काटने वाला है। हर बार इलाज में रुपये भी लग रहे हैं। विकास के मामा कामतानाथ के मुताबिक सभी परेशान हैं कि ऐसा कैसे हो रहा है। जब विकास को तीसरी बार सांप ने काटा था तो घर के कई लोग सामने मौजूद थे और सांप काटकर निकल गया। काफी खोजा भी गया, लेकिन सांप नहीं मिला।