देवभूमि में मासूम बेटियों के साथ इस तरह की घिनौनी वारदात का होना बेहद दु:खद है : भावना पांडे
जनसेवी भावना पांडे ने उत्तराखंड सरकार से मांग करते हुए कहा कि इस घिनौनी वारदात के लिए जो भी जिम्मेदार हैं उन्हें बख्शा नहीं जाना चाहिए, उन्हें तत्काल प्रभाव से फांसी की सजा दी जानी चाहिए।
देहरादून। जनपद हरिद्वार के बहादराबाद थाने के शांतरशाह क्षेत्र से एक 13 साल की नाबालिग लड़की के साथ गैंगरेप और हत्या का सनसनीखेज मामला सामने आया है। इस गंभीर, शर्मनाक व दुखद घटना पर अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए उत्तराखंड की बेटी, प्रसिद्ध समाजसेवी एवं वरिष्ठ राज्य आंदोलनकारी भावना पांडे ने घटना के दोषियों को सख्त से सख्त सज़ा दिये जाने की मांग की है।
जनता कैबिनेट पार्टी की केन्द्रीय अध्यक्ष भावना पांडे ने हरिद्वार के शांतरशाह में नाबालिग दलित लड़की के साथ हुई घिनौनी वारदात पर दुःख एवं रोष प्रकट करते हुए मृतका के लिए न्याय की मांग की है। उन्होंने कहा कि ये बड़े ही अफसोस की बात है कि देवभूमि में अब बहन-बेटियां सुरक्षित नहीं रह गई हैं। एक बार फिर देवभूमि उत्तराखंड में अंकिता भंडारी हत्याकांड जैसे जघन्य अपराध को दोहराया गया है।
वरिष्ठ राज्य आन्दोलनकारी भावना पांडे ने कहा कि धर्मनगरी में एक बेटी की दुष्कर्म के बाद हत्या हो जाती है किन्तु पुलिस तमाशबीन बनी नजर आती है। उन्होंने कहा कि मृतका सिर्फ दलित परिवार की ही नहीं बल्कि पूरे उत्तराखंड की बेटी थी, उसे इंसाफ मिलना ही चाहिए। उन्होंने मृतका के परिजनों को सांत्वना प्रदान करते हुए कहा कि वे पीड़ित परिवार के साथ खड़ी हैं और जल्द ही पीड़ित परिजनों से मुलाकात करेंगीं।
वरिष्ठ राज्य आन्दोलनकारी भावना पांडे ने मृतका को इंसाफ दिलाने की मांग करते हुए कहा कि वे इस लड़ाई में मृतका के परिजनों का पूरा साथ देंगीं। इस मामले में प्रमुखता से आवाज उठाने एवं पीड़ित परिवार का साथ देने के लिए उन्होंने भीम आर्मी संगठन के सदस्यों का आभार प्रकट किया। उन्होंने कहा कि वे अपनी पारिवारिक समस्याओं की वजह से तत्काल मौके पर नहीं पहुंच पाईं किन्तु वे जल्द ही हरिद्वार पहुंचकर शोकाकुल परिजनों से भेंट करेंगीं।
जनसेवी भावना पांडे ने उत्तराखंड सरकार से मांग करते हुए कहा कि इस घिनौनी वारदात के लिए जो भी जिम्मेदार हैं उन्हें बख्शा नहीं जाना चाहिए, उन्हें तत्काल प्रभाव से फांसी की सजा दी जानी चाहिए। इसके साथ ही घटना के दोषियों के घरों पर बुलडोजर चलाये जाने चाहिए, ताकि भविष्य में कोई भी ऐसा घिनौना कार्य कर देवभूमि को कलंकित करने का प्रयास ना कर सके। घटना के जिम्मेदार लोगों को ऐसी सजा दी जाए कि ऐसा अपराध करने के बारे में सोचने वालों की रूह कांप जाए।
जेसीपी अध्यक्ष भावना पांडे ने कहा कि देवभूमि उत्तराखंड में मासूम बेटियों के साथ इस तरह की घिनौनी वारदात का होना बेहद दु:ख की बात है। उन्होंने ‘बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ’ का नारा देने वाली भाजपा सरकार से मांग करते हुए कहा कि अंकिता भंडारी जैसे जघन्य अपराध की शिकार हरिद्वार की बेटी के परिजनों को भी अंकिता भंडारी की ही तरह 25 लाख का मुआवजा दिया जाए।