‘आपातकाल’ के विरोध में उठी हर आवाज को सादर प्रणाम : अजय सोनकर
देहरादून। देश में इमरजेंसी लागू होने की घटना के 48 साल पूरे होने पर आपातकाल की याद में मनाये जाने वाले ‘काला दिवस’ पर वरिष्ठ भाजपा नेता, प्रसिद्ध जनसेवी एवं वार्ड संख्या 18 इंदिरा कॉलोनी के पूर्व नगर निगम पार्षद अजय सोनकर उर्फ घोंचू भाई ने बड़ा बयान दिया है।
वरिष्ठ भाजपा नेता अजय सोनकर ने आपातकाल की बरसी के मौके पर उन सभी लोगों को श्रद्धांजलि देते हुए नमन किया जो लोग इमरजेंसी के दौरान मौके पर डटे रहे। उन्होंने कहा- भारतीय लोकतंत्र और राजनीति के सबसे दुःखद और काले अध्याय 25 जून, 1975 ‘आपातकाल’ के विरोध में उठी हर आवाज को सादर प्रणाम।
भाजपा करनपुर मंडल के कोषाध्यक्ष अजय सोनकर ने कहा कि आज ही के दिन 25 जून, 1975 में तत्कालीन सरकार ने लोकतंत्र की हत्या कर देश में आपातकाल की घोषणा की थी, जो भारतीय इतिहास का सबसे काला दिन था। उन्होंने कहा कि कांग्रेस वह पार्टी है जिसने 1975 में देश में आपातकाल लगाया था, उन्होंने देश में संविधान को नष्ट करने का पाप किया और हम (भाजपा) उसी दिन को ‘काला दिवस’ के रूप में मनाते हैं।
पूर्व पार्षद अजय सोनकर ने कहा कि तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी द्वारा देश में जबरन लागू किया गया आपातकाल 25 जून, 1975 से 21 मार्च, 1977 को वापस लिये जाने तक प्रभावी रहा। इस दौरान देशवासियों ने अनेकों यातनाएं सही। 1975 में आपातकाल को स्वतंत्र भारत के इतिहास के सबसे विवादास्पद अवधियों में से एक माना जाता है।